हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, इस रिवायत को “बिहार उल-अनवार” पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
الامام الصادق علیه السلام:
قالَ لُقْمانُ لاِءِبنِهِ: لِلْحاسِدِ ثَلاثُ عَلاماتٍ: يَغْتابُ اِذا غابَ، وَ يَتَمَلَّقُ اِذا شَهِدَ وَ يَشْمِتُ بِالْمُصيبَةِ
इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) से वर्णित है कि हज़रत लुकमान ने अपने बेटे से कहा:
हासिद व्यक्ति की तीन निशानियाँ होती हैं:
1. वह पीठ पीछे चुगली करता है,
2. वह उसके सामने चापलूसी करता है,
3. वह मुसीबत और संकट के समय ताना मारता है।
बिहार उल-अनवार, भाग 96, पेज 206
आपकी टिप्पणी